मैं वेदना की गहराई लिखता हूँ...। मैं वेदना की गहराई लिखता हूँ...।
ये ज़िंदगी के झमेले, झमेले में हम अकेले ऐसे में एक आँचल, जो सुकून हमको देदे। ये ज़िंदगी के झमेले, झमेले में हम अकेले ऐसे में एक आँचल, जो सुकून हमको देदे।
आज फरिश्ते भी हमारी किस्मत पर नाराज़ हैं,भाग्य बदलने की ताकत जो टूट गयी उनकी। आज फरिश्ते भी हमारी किस्मत पर नाराज़ हैं,भाग्य बदलने की ताकत जो टूट गयी उनकी।
और मैं अब उस ख़्वाबों के कमरे की बालकनी में नहीं ख़्वाबों के मकान के अंदर रहती हूँ। और मैं अब उस ख़्वाबों के कमरे की बालकनी में नहीं ख़्वाबों के मकान के अंदर ...
ये हँसी ये मुस्कुराहट ज़रा तुम मुझे सिखा दो... ये हँसी ये मुस्कुराहट ज़रा तुम मुझे सिखा दो...
एक लेखक के जुनून के बारे में कविता...। एक लेखक के जुनून के बारे में कविता...।